मुंबई: बॉलीवुड के कई सितारें एेसे है जिनका प्यार अधुरा रह गया। फिल्ममेकर करन जौहर भी प्यार में नाकाम साबित हुए। उन्होंने अपने इस दर्द को अपनी फिल्मों के जरिए बयां किया है। एक बातचीत में करन ने बताया कि किस तरह उन्हें “हैप्पी मैरिज’ करने वाले कपल से जलन होने लगी थी। करन ने कहा, “लोग मुझसे कहते हैं कि हिन्दी फिल्में थिएटरिकल और ड्रैमेटिक होती हैं। लेकिन ये कहीं न कहीं रियल लाइफ से भी जुड़ी होती हैं। मैं उस शादी के मंडप में बैठा था, जहां मेरा प्यार किसी और से शादी कर रहा था। जब यह सब होता है तो आप सोचने लगते हो कि आप इससे जीवन में कभी नहीं उबर सकते।’
‘कुछ-कुछ होता है’, ‘कभी अलविदा न कहना’ और ‘ऐ दिल है मुश्किल’ जैसी लव स्टोरी बेस्ड फिल्में बना चुके करन का कहना है कि उनकी फिल्मों में उनकी रियल लाइफ भी दिखती है। करन आगे कहते हैं कि इंडस्ट्री में होने वाली ‘हैप्पी मैरिज’ मेरे लिए आहत करने वाली होती थी। मैं उससे कहता था, ‘तुम एक डायनासोर हो, यहां से चले जाओ।’ जब करन से पूछा गया कि क्या वे गरीब रहकर सच्चा प्यार पाना पसंद करेंगे या फिर अमीर होकर सिंगल रहना? करन ने जवाब में कहा, “सच्चा प्यार अब दूर की बात हो गई है, सिर्फ लालसा रह जाती है। इसलिए मैं अमीर बनकर सिंगल रहना पसंद करूंगा।’
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