आज सुबह-सुबह ऑफिस के लिए तैयार होते समय मेरी नज़र टीवी पर चल रही एक
टॉलीवुड फ़िल्म पर गई। उस फ़िल्म में हीरो के एक्शन सीन देख कर मुझे फ़िल्म के
विलेन के लिए डर नहीं लग रहा था बल्कि हँसी जरूर आ रही थी। वाक़ई साऊथ
फ़िल्म इंडस्ट्री में फिल्माए जाने वाले एक्शन सीन्स तो साऊथ के लोग ही समझ
सकते हैं। उन एक्शन सीन्स की बदौलत फ़िल्म के हिट होने का सारा क्रेडिट हीरो
ले जाते हैं और फ़िल्म की हीरोइन को सिर्फ़ शोपीस की तरह इस्तेमाल किया जाता
है।
लेकिन अगर टॉलीवुड की कुछ हीरोइन्स जैसे काजल अग्रवाल, तमन्ना
भाटिया आदि की बात करें तो ये वो हीरोइन्स हैं जिन्होंने ना केवल अपनी
खूबसूरती बल्कि अपनी बेहतरीन अभिनय क्षमता के दम पर टॉलीवुड हीरोज़ के बीच
ही नहीं बल्कि बॉलीवुड में भी अपनी अलग पहचान बनाई है।
आज हम टॉलीवुड क्वीन काजल अग्रवाल की बात कर रहे हैं। काजल ने तमिल और तेलुगु फिल्मों में काम करने के बाद बॉलीवुड फिल्मों में भी अपना अलग मुकाम हासिल किया है जो वाक़ई में क़ाबिल-ऐ-तारीफ़ है। आइये आज इसी बात पर काजल की कुछ ऐसी तस्वीरें देखते हैं जो आपने पहले कभी नहीं देखी होगी।
तो आइये फिर देर किस बात की।
काजल ने पहली बार अभिनय वर्ष 2004 में क्यों! हो गया ना... नामक एक हिन्दी फिल्म में दीया की बहन के रूप में एक छोटा सा किरदार निभाकर किया था। इस फिल्म में इनके साथ अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय और विवेक ओबेरॉय भी थे। उसके बाद तमिल फिल्म निर्देशक भरतराजा के बोम्मलत्तम में अर्जुन सरजा के साथ अभिनय किया था। यह फिल्म तय समय से काफी देर में 2008 में सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई थी।
काजल ने पहली बार तेलुगू फिल्म में अभिनय 2007 में तेजा की फिल्म लक्ष्मी कल्याणम में कल्याण राम के साथ मुख्य किरदार के रूप में कार्य किया था। लेकिन यह फिल्म कमाई करने में असमर्थ रही। इसके अगले वर्ष में कृष्णा वाम्सि के द्वारा निर्देशित फिल्म चन्दामामा में यह दिखाई दी। यह फिल्म अच्छे समीक्षा के साथ ही इनका पहला सफल फिल्म बना। वर्ष 2008 में इनका पहला तमिल फिल्म भी प्रदर्शित हुआ था। जिसमें यह सह-कलाकार भरत के साथ दिखाई दी। इसी वर्ष इनके दो और तमिल फिल्म भी प्रदर्शित हुए थे। यह फिल्म वेंकट प्रभु के हास्य और रोमांच वाले थे, जिसमें सरोजा और बोम्मलत्तम है। यह दोनों ही फिल्म सफल रहे, लेकिन काजल के अभिनय के सफर को और आगे पहुँचाने में असफल रहे, क्योंकि दोनों ही फिल्मों में उनका किरदार बहुत ही थोड़े समय के लिए था। इसके बाद प्रदर्शित हुए तेलुगू फिल्म ने बहुत अच्छी कमाई की लेकिन समीक्षा में सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिला।
जन्म | 19 जून 1985 मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
---|---|
निवास | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शिक्षा | पत्रकारिता में स्नातक |
विद्यालय | किशिंचन्द्र चेल्लारम महाविद्यालय |
व्यवसाय | अभिनेत्री |
सक्रिय वर्ष | 2004 - वर्तमान |
धर्म | हिन्दू |
परिजन | विनय अग्रवाल सुमन अग्रवाल |
आज हम टॉलीवुड क्वीन काजल अग्रवाल की बात कर रहे हैं। काजल ने तमिल और तेलुगु फिल्मों में काम करने के बाद बॉलीवुड फिल्मों में भी अपना अलग मुकाम हासिल किया है जो वाक़ई में क़ाबिल-ऐ-तारीफ़ है। आइये आज इसी बात पर काजल की कुछ ऐसी तस्वीरें देखते हैं जो आपने पहले कभी नहीं देखी होगी।
तो आइये फिर देर किस बात की।
काजल ने पहली बार अभिनय वर्ष 2004 में क्यों! हो गया ना... नामक एक हिन्दी फिल्म में दीया की बहन के रूप में एक छोटा सा किरदार निभाकर किया था। इस फिल्म में इनके साथ अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय और विवेक ओबेरॉय भी थे। उसके बाद तमिल फिल्म निर्देशक भरतराजा के बोम्मलत्तम में अर्जुन सरजा के साथ अभिनय किया था। यह फिल्म तय समय से काफी देर में 2008 में सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई थी।
काजल ने पहली बार तेलुगू फिल्म में अभिनय 2007 में तेजा की फिल्म लक्ष्मी कल्याणम में कल्याण राम के साथ मुख्य किरदार के रूप में कार्य किया था। लेकिन यह फिल्म कमाई करने में असमर्थ रही। इसके अगले वर्ष में कृष्णा वाम्सि के द्वारा निर्देशित फिल्म चन्दामामा में यह दिखाई दी। यह फिल्म अच्छे समीक्षा के साथ ही इनका पहला सफल फिल्म बना। वर्ष 2008 में इनका पहला तमिल फिल्म भी प्रदर्शित हुआ था। जिसमें यह सह-कलाकार भरत के साथ दिखाई दी। इसी वर्ष इनके दो और तमिल फिल्म भी प्रदर्शित हुए थे। यह फिल्म वेंकट प्रभु के हास्य और रोमांच वाले थे, जिसमें सरोजा और बोम्मलत्तम है। यह दोनों ही फिल्म सफल रहे, लेकिन काजल के अभिनय के सफर को और आगे पहुँचाने में असफल रहे, क्योंकि दोनों ही फिल्मों में उनका किरदार बहुत ही थोड़े समय के लिए था। इसके बाद प्रदर्शित हुए तेलुगू फिल्म ने बहुत अच्छी कमाई की लेकिन समीक्षा में सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिला।
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very hot
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